बेपनाह चाहत शायरी

कुछ लोगों को होती है फूलों से चाहत, तो कुछ लोगों को होती है कांटो से चाहत, हमे तो सिर्फ उन्ही से है चाहत, जिन्हें हमसे है चाहत..

किसी की चाहत मैं इतने पागल ना हो,  हो सकता हे वो तुम्हारी मंज़िल ना हो,  उसकी मुस्कुराहट को मोहब्बत ना समझो, कहीं यह मुस्कुराना उसकी आदत ना हो..

प्यार की कली सबके लिए खिलती नहीं, चाहने पर हर एक चीज मिलती नहीं, सच्चा प्यार किस्मत से ही मिलता है, और हर किसी को ऐसी तकदीर मिलती नहीं..

क्या करे जब किसी कि याद आये, हर धड़कन पर किसी का नाम आये, कैसे कटेगे यह लम्हे इंतजार में उसके, इश्क़ में हर घड़ी मेरी जान जाये..

ना जाने वो कौन इतना हसीन होगा, आपके हाथ में जिसका नसीब होगा, कोई आपको चाहे ये कोई बडी बात नहीं, जिसको आप चाहो वो खुश नसीब होगा..

तेरी चाहत मे हम जमाना भूल गये किसी और को हम अपनाना भूल गये तूम से मोहब्बत हे सारे जहान को बताया बस एक तूझे ही बताना भूल गये..

चाहत के ये कैसे अफ़साने हुए, खुद नजरों में अपनी बेगाने हुए, अब दुनिया की नहीं कोई परवाह हमें इश्क़ में तेरे इस कदर दीवाने हुए..

बेपनाह चाहत और बिना मतलब के, किसी चीज से नहीं होती मेमसाब, तस्वीर बदल जाती है तकदीर बदल जाती है, दीदार के इन्तजार में..

दिल ने जिसे ज़िन्दगी भर चाहा है आज करूँगा में उनसे इकरार जिसकी सदियों से तम्मना की है उनसे करूँगा मेरे प्यार का इजहार..

chahat shayari mohabbat ki

तेरे लबों से जलते हैं गुलाब, तू हैं सुबह का हसीन ख्वाब, कुदरत ने बख्शा तुझे हुस्न बेपनाह, बदलीयों में जैसे चमकता हो माहताब..

chahat shayari mohabbat ki bepanah