मन ही मन करती हूँ बातें, दिल की हर एक बात कह जाती हूँ, एक बार ले लो बाहों में अब तो सजना, यही एक बात कहते कहते रूक जाती हूँ..

बाहों में भरने वाली शायरी

देखा है जबसे तुमको मेरा दिल नहीं है बस में.. जी चाहे आज तोड़ दूँ दुनिया की सारी रस्मे.. तेरा साथ चाहता हूँ तेरा हाथ चाहता हूँ.. बाँहों में तेरी रहना मैं दिन रात चाहता हूँ

ले चल कही दूर मुझे को तेरे सिवा जहां कोई ना हो बाहों में सुला लेना मुझको फिर चाहे कोई सवेरा ना हो..

एक बार तो मुझे से सीने लगा ले, अपने दिल के भी सारे अरमान सजा ले, कब से है तड़प तुझे अपना बनाने की, आज तो मौका है मुझे अपने पास बुला ले.

अपनी बाँहों में मुझे बिखर जाने दो.. साँसों से अपनी मुझे महक जाने दो.. दिल बेचैन है कबसे इस प्यार के लिए.. आज तो सीने में अपने मुझे उतर जाने दो

बातों बातों में दिल ले जाते हो, देखते हो इस तरह जान ले जाते हो, अदाओं से अपनी इस दिल को धड़काते हो, लेकर बाहो में सारा जहां भूलाते हों

सिर्फ एक बार गले लग कर, मेरे दिल की धड़कन सुन फिर लौटने का इरादा हम, तुम पर छोड़ देंगे

काश एक दिन ऐसा भी आये हम तेरी बाहों में समा जाएँ सिर्फ हम हो और तुम हो और वक्त वही ठहर जाए..

एक बार तो मुझे से सीने लगा ले, अपने दिल के भी सारे अरमान सजा ले, कब से है तड़प तुझे अपना बनाने की, आज तो मौका है मुझे अपने पास बुला ले

तुम अपनी तन्हाई मुझे दे दो, तेरे दर्द की परछाईं मुझे दे दो, मैं जान जाऊँ तेरी हर आह को, वो प्यार की गहराई मुझे दे दो..