लाल लाल होठों पर शायरी: hothon par gulabi hoth shayari
hothon par gulabi hoth shayari
उसने होठों से छूकर दरिया का पानी गुलाबी कर दिया,हमारी तो बात और थी, उसने मछलियों को भी शराबी कर दिया..
hothon par gulabi hoth shayari
आँखों की गहराई को समझ नहीं सकतेहोंठो से कुछ कह नहीं सकतेकैसे इज़हार करे हम आपको ये दिल का हालकी तुम ही हो जिसके बिना हम रह नहीं सकते..
hothon par gulabi hoth shayari
झील सी आँखों का ख्वाब बता दोइन गुलाबी होठों का राज बता दोआखों में तो इश्क नजर आता नहींफिर इन शरारती मुस्कानों का राज बता दो..
hothon par gulabi hoth shayari
होंठ कह नहीं सकते अरमान दिल काशायद नज़र से वो बात हो जायेइस उम्मीद में हम करते है इंतजार रात का की सपने में ही उनसे मुलाकात हो जाये…
hothon par gulabi hoth shayari
तेरे होंठो को देखा तो एक बात उठी जहन मेंवो लफ्ज़ कितने नशीले होंगेजो इनसे होकर गुजरते है..
hothon par gulabi hoth shayari
चूमकर होंठ तेरे मैं सीने से लग जाऊं आ पास मेरे बस अब दूरियां मिटाऊं दिल की कसक को क्या समझाऊं चूमती रहूं तुझे या शायरियां बनाऊं..
hothon par gulabi hoth shayari
किसी परदे में छिपा लिया करो अपने हसीन होठो को हम गुस्ताख़ लोग हे नजरो से चुम लिया करते हे..
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उसने होंठों को अपने दांत में दबा केमुझसे कहा मैं दबाऊं तो दर्द क्योंतुम दबाओ तो लुत्फ़ क्यों..
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तरीका है उस पगले के जबाव माँगने काहोठों पर होंठ रख कर पुछता है कुछ तो बोलो…
hothon par gulabi hoth shayari
मिटा कर दुरिया हम प्यार में खो जायेंआ कुछ पल के लिये हमेशा के लिए एकदुसरे के लिए के हो जायें..
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होंठों पे आज उनका नाम आ गयाप्यासे के हाथ में आज जाम आ गयाडोले कदम तो गिरे उनकी बाहों में जाकेआज तो पीना भी हमारे काम आ गया..
hothon par gulabi hoth shayari
इश्क का कभी हमने इंकार नहीं कियापर इस दिल को कभी इतना बेक़रार नहीं कियाबस आँखों में उनके सपने सजाये रखे है मगरकभी हमने होंठों से इश्क का इजहार नहीं किया..
hothon par gulabi hoth shayari
क्या खूब दिलकश अदाएं हैं तेरीकभी आंखों को होठों से चूम लेनाकभी अपने सीने में मेरे सिर को छुपा लेना..