pehli mohabbat ki chahat shayari

तुम्हारी प्यारी सी नज़र अगर इधर नहीं होती, नशे में चूर फ़िज़ा इस कदर नहीं होती, तुम्हारे आने तलक हम को होश रहता है, फिर उसके बाद हमें कुछ ख़बर नहीं होती.

अनजाने वो पास मेरे जब आती है, दिल की धड़कन बढ़ जाती है, जाने! कैसे लोग मोहब्बत करते हैं, दिल कहता है होती है हो जाती है..

चलो अपनी चाहतें नीलाम करते हैं , मोहब्बत का सौदा सरे आम करते है , तुम अपना साथ हमारे नाम कर दो , हम अपनी ज़िन्दगी तुम्हारे नाम करते हैं..

जब भी तेरी याद आती है पीने बैठें जातें है दो पल सुक़ून के ज़ीने बैठें जातें है कोई कसार नहीं छोड़ी तुझे भुलाने की इसके बावज़ूद तेरे किस्से गुनगुनाने बैठें जातें है..

बेपनाह चाहत शायरी

मोह्ब्बत की शाम जला कर देखों ज़रा दिल की दुनियां को सज़ा कर देखों हो जाएगी मोह्ब्बत तुम्हे एक दिन ज़रा हमसे नज़रे मिला कर देखों..

करूं जो बंद आंखें तो तेरे होने का एहसास है तेरे इश्क में जी रही हूं मैं तेरे रंग में रंगने की आस है..

बहुत खूब सूरत है आखै तुम्हारी इन्हें बना दो किस्मत हमारी हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी.

दिल की हसरत जुबां पे आने लगी तूने देखा और ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी यह इश्क की इंतेहा थी या दीवानगी मेरी हर सूरत में तेरी सूरत नजर आने लगी.

तुम्हें देखते हैं तो दिल में ऐसी दस्तक होती है, जैसे सागर में लहरों की हलचल होती है, सोचा था कभी तुम्हें बता ना पाएंगे, इन आँखों में तुम्हारी सूरत हर पल होती है..

शाम का यह सुहाना वक्त, मैं तेरे साथ गुजारना चाहता हूं, मोहब्बत का यह किस्सा, मैं यादगार बनाना चाहता हूं.

काश मेरे दिल की किताब पर उनकी तस्वीर छप जाए , वो ना भी मिले फिर गम नहीं उनके दीदार से ही मेरा समय गुज़र जाए..

किसको मालूम था देखते देखते आँखों आँखों में इज़हार हो जाएगा। दोनों थे अजनबी ये खबर किसको थी, एक मुलाक़ात में प्यार हो जाएगा..

अपना बनाकर हमें अपनी बाहों में भर लो, कभी ना हो जुदा ऐसा ये वादा कर लो, बिखर जाएंगे तुमसे दूर होकर हम, कल क्या हो किसे पता इसलिए,  आज चंद प्यार भरी बातें कर लो..

मुहब्बत की इन्तिहाँ ना पूछिए इस प्यार की वजह ना पूछिए हर साँस में समाये रहते हो कहाँ बसे हो तुम जगह ना पूछिए..