कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

कातिल निगाहें हर शायरी को अपनी गहराई और जादू से खास बना देती हैं। ये निगाहें ही होती हैं जो दिलों के बीच सच्ची मोहब्बत को बिना लफ़्ज़ों के बयां कर देती हैं

कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

तेरी कातिल निगाहें ने मुझे मोहित कर लिया, अब तो जीना ही मुश्किल है, तेरे बिना।

कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

उनकी निगाहों ने जो जख्म दिया, वो आज भी नहीं भरा, हर बार देखूं तो लगता है, दिल फिर से घायल हुआ।

कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

तेरी कातिल निगाहें ने मुझे दीवाना बना दिया, अब तो जीना ही मुश्किल हो गया, तेरे बिना।

कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

तेरी आँखों का हर एक इशारा, दिल को लूटने का करता है इरादा।

कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

निगाहों की शरारत समझ नहीं आती, दिल बहल जाता है और कहानी बिखर जाती।

कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

तेरी क़ातिल निगाहों से जो खुद को बचा लें, वो ही शख़्स सही मायने में ज़िंदा कहलाएं।

कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

तेरी आँखों का असर दिल को काबू में कर लेता है, और हर दर्द को बहलाकर मोहब्बत की राह दिखाता है।

कातिल निगाहें शायरी 2 लाइन

निगाहों का जादू हर बार चले, दिल के दर्द को हर बार भले।