mushkil halat par shayari

ख़ामोश लबों की ज़ुबानी सुन, आ बैठ फिर एक झूठी कहानी सुन, इस दुनियां में वफ़ा ढूंढ़ रहा है, पागल विवश  की नादानी सुन..

हालात पर शायरी

तुम पुछो और मैं ना बताऊँ, अभी ऐसे हालात नहीं, बस एक छोटा सा दिल टूटा है, और कोई बात नहीं..

हालात पर शायरी

गलती तेरी थी अब मेरे गलत होने का ताना मत दे,  तू खुद ही बदलने की फ़िराक में था,  अब बुरे हालात होने का मुझे बहाना मत दे..

हालात पर शायरी

हालात ने तोड़ दिया हमें,  कच्चे धागे की तरह वरना,  हमारे वादे भी कभी ज़ंजीर हुआ करते थे..

हालात पर शायरी

हालात से हारा हूँ,  मैं किसी इंसान से नहीं,  मत करो मेरी बेइज़्ज़ती,  की मैंने मेहनत की जान से नहीं..

हालात पर शायरी

आईना टूट जाने पर चेहरा नहीं बदलता,  अक्स बदल जाते हैं, जब ख्यालात मिल नहीं पाते,  लोग बुरे नहीं होते बस हालात बदल जाते हैं..

हालात पर शायरी

वक़्त लगेगा जिंदगी को..  बदलने में ऐसा लगता था,  लेकिन क्या पता था हमें,  बदलता हुआ वक़्त जिंदगी बदल देगा..

हालात पर शायरी

याद करते है तुम्हे तनहाई में, दिल डूबा है गमो की गहराई में, हमें मत ढूंढना दुनिया की भीड़ में, हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में..