चेहरे की सादगी पर शायरी

हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है, वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं..

चेहरे की सादगी पर शायरी

जितना प्यारा चेहरा अदाएं भी उतनी ही खूबसूरत है, सीरत की क्या तारीफ करूं मुझे भाती है तुम्हारी सूरत..

चेहरे की सादगी पर शायरी

इस क़दर सादगी सूरत पे बसी है उसकी, उसका आईना भी उससे ही ख़फ़ा लगता है..

चेहरे की सादगी पर शायरी

तेरी इस सादगी को हम कहा महफूज़ रखें सनम, डर लगता हैं इस दुनिया से कहीं तुझे खो ना दे हम..

चेहरे की सादगी पर शायरी

सादगी  से रहना हर किसी के बस की बात नहीं, क्योंकि बेदाग खूबसूरती सबको नहीं मिलती..

चेहरे की सादगी पर शायरी

बनावट हो तो ऐसी हो कि जिस से सादगी टपके, ज़ियादा हो तो असली हुस्न छुप जाता है ज़ेवर से..

चेहरे की सादगी पर शायरी

झुकी-झुकी पलकें चेहरे पे कितना नूर है, ज़ालिम की सादगी में भी देखो कितना गुरूर है..

चेहरे की सादगी पर शायरी

तड़पते इश्क़ की ये सादगी भरी निगाहें,  दिल जला रही है अब क्या करें और कहाँ जायें..