मुझे बेपनाह मोहब्बत है तुमसे 

मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है यह दुनिया बड़ी खूबसूरत हो गई है खुदा से रोज़ तुम्हे मांगती हूँ मेरी चाहत मेरी इबादत हो गई है 

मोहब्बत कैसी भी हो कसम से सजदा करना सिखा देती है

तुम्हें देखते हैं तो दिल में ऐसी दस्तक होती है, जैसे सागर में लहरों की हलचल होती है, सोचा था कभी तुम्हें बता ना पाएंगे, इन आँखों में तुम्हारी सूरत हर पल होती है 

ये दिल न जाने क्या कर बैठा, मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा, इस ज़मीन पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता, और ये पागल चाँद से मोहब्बत कर बैठा..

बहुत खूब सूरत है आँखें तुम्हारी इन्हें बना दो किस्मत हमारी हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी.

तेरे खामोश होंठों पर, मोहब्बत गुनगुनाती है, तू मेरा है मैं तेरी हूँ, बस यही आवाज़ आती है 

तुम चाँद बनकर रहना, हम देखेंगे रात बनकर, किसी रोज तुम न निकलो, ऐसा कभी न करना.

मोहब्बत मे कभी कोई जबरदस्ती नही होती, जब तुम्हारा जी चाहे तुम बस मेरे हो जाना.

अगर कोई लड़का  किसी लड़की के लिए रोता है तो समझ लो उससे ज्यादा  प्यार उसे और कोई नहीं कर सकता

दिल की हसरत जुबां पे आने लगी तूने देखा और ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी यह इश्क की इंतेहा थी या दीवानगी मेरी हर सूरत में तेरी सूरत नजर आने लगी