इश्क़ मिला तो राहें आसान सी हो गई दर्द पाया तो निगाहें नम सी हो गई खुशी और गम के पल कुछ इस तरह से मिले, की ज़िंदगी ही पूरी एक ग़ज़ल सी हो गई..
अपने को निखारो तो किस चीज की कमी है? झाड़ो चेहरे को देखो तो कितनी धूल जमी है..
आना था बड़ा मुश्किल तेरे शहर मैं अये दिलबर, पर तेरे लिए मैं सब छोड़ के आऊँगी जीने का नया तुझ को अंदाज़ सीखा दूँगी, आकार मैं तुझे दिलबर अपना बना लूँगी, बस थोड़ा इंतज़ार मैं जल्दी आऊँगी..
अपना एक एक वादा इस तरह निभाना है, तुम को मेरे आँगन मैं चाँद बनकर आना है, किस कदर हसीन है तू खुद खबर नहीं तुझको, तेरे हुस्न के आगे चाँद भी पुराना है..
मेरी दिलरुबा बता दे की वो बात कौनसी है, जिसकी वजह से दुनिया तेरे दर पर झूमती है, मैंने दिल के आईने मैं कई बार तुझको देखा, मेरी दिल लगी है तुझसे ही बंदगी है मेरी दिलरुबा बता दे..