आना था बड़ा मुश्किल तेरे शहर मैं अये दिलबर,पर तेरे लिए मैं सब छोड़ के आऊँगी जीने का नया तुझ को अंदाज़ सीखा दूँगी,आकार मैं तुझे दिलबर अपना बना लूँगी,बस थोड़ा इंतज़ार मैं जल्दी आऊँगी..
करीब आके तुम दूर क्यों जा रहे हो,खुद ही पर क्यों इतना सितम ढा रहे हो,यह मर्ज ए मोहब्बत तुम्हें लग गया है तड़पते रहोगे वहा सकून ना मिलेगा,हमको जरा तुम भुला कर तो देखो मुझसे एक बार तुम दूर जाकर तो देखों..
अपना एक एक वादा इस तरह निभाना है,तुम को मेरे आँगन मैं चाँद बनकर आना है,किस कदर हसीन है तू खुद खबर नहीं तुझको,तेरे हुस्न के आगे चाँद भी पुराना है..
मेरी दिलरुबा बता दे की वो बात कौनसी है,जिसकी वजह से दुनिया तेरे दर पर झूमती है,मैंने दिल के आईने मैं कई बार तुझको देखा,मेरी दिल लगी है तुझसे ही बंदगी है मेरी दिलरुबा बता दे..