किसी से वफ़ा की उम्मीद करना है, इस दुनिया में सबसे बड़ा बुरा काम है, क्योंकि हर कोई चला जाता है दिल तोड़कर, मोहब्बत जिसका नाम है..
एक अजीब सा मंजर नजर आता है, हर एक आँसू समंदर नजर आता है, कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना, हर किसी के हाथ में पत्थर नजर आता है..
हम में तू अभी भी थोड़ा बाकि है, आँखों में नजर आते आँसु है, होठों पे तेरी हसि की झांकी है तू छोड़ गया दिल तोड़ गया, हम जी रहे हैं की... हम में थोड़ी मोहब्बत अभी बाकि है
वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो नफ़रत भी तेरी थी, वो अपनाने और ठुकरानी की अदा भी तेरी थी, मे अपनी वफ़ा का इंसाफ़ किससे माँगती.. वो शहर भी तेरा था वो अदालत भी तेरी थी..
मेरे दिल की दुनिया पे तेरा ही राज था। कभी तेरे सीर पर भी वफाओ का ताज था। तूने मेरा दिल तोडा पर पता न चला तुझको। क्योंकि टुटा दिल दीवाने का बे आवाज था..