मेरी रूह गुलाम हो गयी है , तेरे इश्क़ में शायद वरना यूं छटपटाना मेरी आदत तो ना थी..

ishq wala shayari hindi

वो मुझ तक आने की राह चाहता है, लेकिन मेरी मोहब्बत का गवाह चाहता है, खुद आते जाते मौसमों की तरह है, और मेरे इश्क़ की इन्तहा चाहता है..

इश्क़ सभी को जीना सिखा देता है, वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है, इश्क़ नहीं किया तो करके देखो, जालिम हर दर्द सहना सीखा देता है..

नजरे मेरी कहीं थक ना जाएँ बेवफा तेरा इंतजार करते करते ये जान यूं ही निकल ना जाये तुमसे इश्क का इजहार करते करते…

किया इश्क़ ने मेरा हाल कुछ ऐसा ना अपनी है खबर ना दिल का पता है कसूरवार था मेरा ये दौर-ऐ-जवानी मैं समझती रही मेरे सनम की खता है.

भटक जाते हैं लोग अक्सर इश्क़ की गलियों में, इस सफर का कोई इक नक्शा तो होना चाहिए..

अपनों की महफिल में गैर भी हैं  इश्क के दुश्मन और भी हैं मैं तो चाहती हूँ  आपको मगर आपके चाहने वाले और भी हैं.. 

दिवाना हर शख़्स को बना देता है इश्क  सैर जन्नत की करा देता है इश्क,  मरीज हो अगर दिल के तो कर लो इश्क,  क्योंकि धड़कना दिलों को सिखा देता है इश्क..

दुनिया में तेरे इश्क़ का चर्चा ना करेंगे, मर जायेंगे लेकिन तुझे रुस्वा ना करेंगे, गुस्ताख़ निगाहों से अगर तुमको गिला है, हम दूर से भी अब तुम्हें देखा ना करेंगे