होंठों के तेरे होंठो से लगाना चाहते है,बाहों में अपनी छुपाना चाहते है,हद-ए-मोहब्बत पार कर के,आज तुझे अपना बनाना चाहते है..
premika ke hotho par shayari
झील सी आँखों का ख्वाब बता दो,इन गुलाबी होठों का राज बता दो,आखों में तो इश्क नजर आता नहींफिर इन शरारती मुस्कानों का राज बता दो.
premika ke hotho par shayari
तुम जब सामने होती हो,तो होठों पर हंसी होती है,जब तुम मेरे नजरों से दूर होते होतो जिंदगी में कुछ कमी सी होती है.
इश्क का कभी हमने इंकार नहीं किया, पर इस दिल को कभी इतना बेक़रार नहीं किया, बस आँखों में उनके सपने सजाये रखे है मगर,कभी हमने होंठों से इश्क का इजहार नहीं किया..
premika ke hotho par shayari
गुलाब खिलते नहीं जिंदगी की राह मे.हंसी चहकती रहे आपकी निगाह मे.खुशी की लेहर मिले हर कदम आप को.देता हूँ दिल से दुआ हर वक्त आप को..
वैसे तो तुम्हे देखने से ही मन खुश हो जाता है, हर समां अपने आप ही रंगीन हो जाता है,डरता हूँ मैं तुम्हारे होंठों को चूमने से, कहीं खरोंच न लग जाये, ये सोच के कदम पीछे हो जाता है..
premika ke hotho par shayari
एक झलक तेरी जो आंखों में बस जाती है,एक हंसी तेरी जो दिल में उतर जाती है,अकेले में जब भी तेरी याद आती है,मेरे होंठों पे मुस्कुराहट चली आती है..