कातिल निगाहों पर शायरी, 30+ बेहतरीन चुनिंदा निगाह शायरी| Katil Nazar Shayari in Hindi 4 Line 🧿
इश्क़ भरी आंखों की जुबां, कातिल निगाहों पर शायरी, 30+ बेहतरीन चुनिंदा निगाह शायरी | Katil Nazar Shayari in Hindi 4 Line

जब बात इश्क़ की हो, तो अल्फाज़ जरूरी नहीं होते। 30+ कटिल नजर शायरी | Katil Nazar Shayari in Hindi 4 Line 🧿 कभी-कभी बस एक नजर ही काफी होती है सबकुछ कहने के लिए। निगाहें इंसान की वो ताक़त होती हैं, जो बिना बोले दिल की गहराइयों को उजागर कर देती हैं। जब कोई चुपचाप देखता है, और उसकी आंखें कहती हैं “मैं तुझसे मोहब्बत करता हूँ,” तो वो असर किसी किताब के पन्नों से ज्यादा गहरा होता है।
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Katil Nazar Shayari in Hindi
कहते हैं, ज़बान से निकले शब्द चोट पहुंचाते हैं, लेकिन जो नजरें होती हैं, वो सीधे दिल पर असर करती हैं। एक मासूम सी नजर भी कभी-कभी ऐसा असर छोड़ जाती है कि इंसान ताउम्र उसे भूल नहीं पाता। शायरों ने इसे “कातिल नजर” कहा है – क्योंकि वो एक नजर जान ले लेती है। यहां तक कि मिर्ज़ा ग़ालिब जैसे बड़े शायर भी कहते हैं:
“हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन,
दिल के खुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख्याल अच्छा है।”
लेकिन अगर किसी की नजर दिल में तीर की तरह उतर जाए, तो फिर क्या बचता है?
30+ बेहतरीन चुनिंदा निगाह शायरी
वो आंखें नहीं, कोई खंजर हैं,
हर नजर उनकी क़त्ल कर जाती है।
कभी इश्क़, कभी दर्द बनकर,
हर दिल में जगह बना जाती है।
कातिल नजरों से जब तू देखती है,
दिल की धड़कन भी डरने लगती है।
तेरा मुस्कुराना भी एक साज़िश है,
जो हर आशिक को मरने लगती है।
तेरी आंखों में ऐसा सुरूर है,
जैसे रातों का कोई नूर है।
कातिल नजरें कुछ कहती हैं,
जैसे इश्क़ की ही दस्तूर है।
Katil Nazar Shayari in Hindi 4 Line
इन निगाहों की बात ना पूछो,
हर लम्हा इनमें कोई राज़ है।
जब चलती हैं ये नजरें,
तो दिलों में उठता एक साज़ है।
नजरों से जो वार किया तूने,
सीधा दिल पर असर कर गया।
तेरे इश्क़ की ये पहली चाल थी,
जो हर जुबां को बेअसर कर गया।
तेरी नजरें भी अजीब हैं यार,
हर मोड़ पर क़त्ल कर जाती हैं।
ना शिकवा, ना इल्तिजा कोई,
बस खामोशी से जहर दे जाती हैं।
katil nigahen shayari
जिस पल नजरें मिली थीं तुझसे,
वहीं से कहानी बदल गई।
दिल के हर हिस्से में तू बस गया,
जैसे रूह किसी बदन में ढल गई।
कभी जो देख लिया तूने प्यार से,
वो नजर दिल को जीत लेती है।
तेरी निगाहों का क्या कहूं,
हर बात बिन कहे समझा देती है।
तेरी आंखों में वो बात है,
जो लफ्जों में बयां नहीं होती।
हर दिल में बस एक तू ही होती।
Beraham katil nazar shayari in hindi
तेरी नजरें भी हैं बड़ी बेदर्द,
हर बार दिल को ही चुनी।
इश्क़ में क्या मौत मिलती है,
कातिल नजरों से ये बात सुनी।
जो तेरी नजरों से बच गए,
वो ही खुद को बचा पाए।
वरना जो डूबे इन आंखों में,
वो फिर होश में ना आ पाए।
ये नजरें हैं या खंजर तेरे हाथ में,
हर पल किसी का दिल चीर जाती हैं।
इश्क़ तो बाद में होता है,
तेरी निगाहें ही बर्बाद कर जाती हैं।
तेरी एक नजर की बात है,
जो दिल को घायल कर देती है।
इश्क़ की ये शुरुआत नहीं,
सीधे बर्बादी की तरफ ले जाती है।
katil nigahen shayari 4 line
नज़रें झुकी थीं या खुदा का नज़ारा था,
हर शख्स बस तुझे ही देख रहा था।
तेरी निगाहों में जो नशा है,
वो जाम से भी गहरा लगता है।
कभी जो तेरे करीब आ जाएं,
तो नजरें कहर बरपाती हैं।
तेरा देखना ही काफी है,
दिल को तसल्ली दे जाती हैं।
तेरी नजरों ने जब मुस्कुराया था,
इश्क़ ने खुद को पहचाना था।
हर पल बस तुझे ही चाहा,
दिल ने तेरा ही फसाना जाना।
khatarnak katil nazar shayari in hindi
कातिल नजरों से देखा तुमने,
हम तो पहले ही घायल थे।
अब जख्मों को भी मोहब्बत कहकर,
तेरे इश्क़ में शामिल थे।
नज़रें ना फेरो यूं हमसे,
इनमें ही तो सारा जादू है।
एक नजर से तू दिल ले जाए,
तो कौन कहे ये क़ातिल नहीं?
तेरी नजरों का जादू अब समझ आया,
क्यों हर कोई तुझ पे मरता है।
इन आंखों में बस प्यार ही नहीं,
बल्कि एक आग भी बरसता है।
जिस दिन नजरें मिली थीं तुमसे,
दिल ने धड़कना सीख लिया था।
तेरी आंखों में बसी जो बात थी,
हमने उसे अपना नसीब लिया था।
ishq ki nazar shayari hindi
नजरें जो मिलती हैं चुपके से,
कुछ कह जाती हैं दिल की बात।
कभी इश्क़, कभी उलझन,
हर नजर की होती है अपनी सौगात।
कातिल नजरों से जो तूने देखा,
हर ख्वाब मेरा सज गया।
तेरे इश्क़ की इस पहली झलक में,
मेरा पूरा वजूद ढल गया।
तेरी नजरें जब मुस्काती हैं,
हर शाम में सुबह सी लगती है।
तू पास हो या दूर बहुत,
तेरी झलक भी राहत सी लगती है।
नज़रों का ये खेल पुराना है,
मगर असर अब भी गहरा है।
जिसे देख लें तेरी आंखें,
वो खुद को भूला बैठा है।
katil nazar shayari in hindi
तेरी एक नजर ने क्या कर डाला,
जिंदगी का नक्शा बदल गया।
इश्क़ नहीं था सोचा कभी,
अब हर दिन तेरा ख्याल आ गया।
इन आंखों की ये शरारतें,
कभी सुकून तो कभी आफत हैं।
कभी हंसती हैं, कभी रुला देती हैं,
तेरी नजरें वाकई कातिल हैं।
कभी तेरी नजरें जो मिल जाएं,
तो ख्वाबों की दुनिया सजती है।
इन आंखों में जो जादू है,
वो हर दर्द को भी महकती है।
Nazar shayari in hindi
तेरी नजरों में जब डूबते हैं हम,
तो खुद से भी रूठ जाते हैं।
तू दूर भी हो तो फर्क नहीं पड़ता,
तेरी नजरें दिल में उतर जाती हैं।
उन निगाहों का क्या कहें हम,
जो हर रोज़ जान लेती हैं।
चुपके से मुस्कुराती हैं,
और रूह तक हिला देती हैं।
तेरी नजरें जब बोलती हैं,
तो लफ्ज़ बेमानी लगते हैं।
तेरा खामोश सा देखना ही,
हजार इश्क़ के किस्से लगते हैं।
इन आंखों में जो नमी छुपी है,
वो सारा इश्क़ बयां करती है।
कभी लगती हैं साजिश सी,
कभी मोहब्बत की दुआ लगती है।
तेरी नजरें हैं जैसे कविता कोई,
हर बार नई कहानी कहती हैं।
कभी दर्द तो कभी राहत सी,
हर एहसास को बयां करती हैं।
कातिल नजरें, मासूम सी बात,
तेरी हर अदा में है जादू रात।
हर कोई तुझपे फिदा क्यों न हो,
तेरा देखना ही है इश्क़ की शुरुआत।
कातिल निगाहों पर शायरी
तेरी नज़रों ने ऐसा जादू किया,
हर चेहरा तुझ सा दिखने लगा।
ये दिल तो पहले ही था पागल,
अब नजरों का भी असर होने लगा।
तेरी नजरों का जो असर देखा,
दिल दीवाना हर पहर देखा।
कातिल नजरें हैं तेरी बला की,
जिसे देखा वही बेक़दर देखा।