best poem in hindi, hindi poems on life inspiration, बेस्ट हिंदी कविता
छोटी सी है ज़िन्दगी, हर बात में खुश रहो…
जो चेहरा पास न हो, उसकी आवाज़ में खुश रहो…
कोई रूठा हो आपसे, उसके अंदाज़ में खुश रहो…
जो लौट के नहीं आने वाले, उनकी याद में खुश रहो…
कल किसने देखा है, अपने आज में खुश रहो…
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best hindi poetry lines
दूरियां इतनी बढ़ जाएंगी मालूम ना था …
वो बाबू से बेवफा बन जाएंगे मालूम ना था ..
हम उनके लिए पागल हो जाएंगे मालूम ना था ..
जो अपना चेहरा हमारी आँखों में देखते थे ..
वो आईना बदल लेंगे मालूम ना था …
ऐसे बरसेगी उसकी यादें सन्नाटे में मालूम ना था …
दूरियां इतनी बढ़ जाएंगी मालूम ना था…
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best poem in hindi
तंग गलियारों से गुजरी मैं,
कुछ साए मुझसे चिपट गए..
समझा ही नहीं कब साए किस्मत बन गए..
सायो का अँधियारा अब किस्मत पर छा गया..
पलक झपकते ही सारा खेल बदल गया..
सोचती हूँ शायाद गलियारे न जाती..
तो न ये साए होते न ये अन्धीयारी किस्मत…
प़र क्या ये सच है की गर रास्ता बदल जाता तो..
किस्मत भी बदल जाती..
best poem in hindi
कही ये तो नहीं की अँधियारा ही मेरी किस्मत थी..
गलियारे बदल जाते पर ये साए मुझे ढूंढ ही लेते..
आकर फिर भी चिपट ते, किस्मत पर छाते..
निर्दोष गलियारे नाहक बुरे बन गए…
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नजरों को ओट कर दे,
ढक ले अपने चेहरे को,
यूं ही ना भटक गलियों में,
यह समय कातिलाना है…
मिल बैठे थे जो यार चार,
अब कोई नहीं दिखता है,
मिलना-जुलना अभी रहने दे,
यह समय कातिलाना है…
गले लगने की कौन कहे,
हाथ मिलाने में भी डर लगता है,
दो गज दूर ही रह ले,
यह समय कातिलाना है..
साये मौत के मंडरा रहे वहां,
जहां लोग घुल-मिल रहे,
श्रद्धांजलियां जहाँ-तहाँ,
यह समय कातिलाना है..
अकेले ही भाग चल तू,
एकांत में रहना ही भला,
बड़ा नाजुक दौर समझ ले,
यह समय कातिलाना है…
हवा का रुख बदलेगा अव्यक्त,
वक्त लगेगा उसमें कुछ और,
धैर्य धर ले इंतजार कर,
यह समय कातिलाना है..
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short poetry in hindi
कभी-अपनी हंसी पर आता है गुस्सा,
कभी सारे जहां की हंसाने का दिल करता है…
कभी छुपा लेते है गम की दिल के किसी कोने में,
कभी-किसी को सब कुछ सुनाने का दिल करता है…
कभी रोते नही लाख दुःख आने पर भी,
और कभी यूँ ही आंसू बहाने को दिल करता है….
कभी अच्छा सा लगता है आज़ाद घूमना लेकिन,
कभी-किसी की बाहीं में सिमट जाने को दिल करता है…
कभी-कभी सोचते है नया हो कुछ जिंदगी में,
और कभी बस ऐसे ही जिये जाने को दिल करता है….
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Heart Touching Poems on Life in Hindi
चलती हुयी राह से गुमराह हो गया था,
ज़िन्दगी को लेकर बेपरवाह हो गया था…
मैं अक्सर खुद से पूछता हूँ मुझे क्या हो गया था..
नींद से मेरा नाता टूट सा गया था,
भूख प्यास से भी ये मन रूठ सा गया था…
मैं अक्सर खुद से पूछता हूँ मुझे क्या हो गया था,
अकेलेपन से मानो प्यार हो गया था,
एक सच्ची ख़ुशी के लिए दिल लाचार हो गया था…
मैं अक्सर खुद से पूछता हूँ मुझे क्या हो गया था,
अपनों के बिच में अनजान हो गया था…
बिना वजह आँखों में आंसू लाना बड़ा आसान हो गया था…
मैं अक्सर खुद से पूछता हूँ मुझे क्या हो गया था…
आत्मविश्वास तोह मानों जैसे खो गया था..
आँखें तो खुली थी मगर आत्मा कबका सो गया था…
मैं अक्सर खुद से पूछता हूँ मुझे क्या हो गया था…
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